गुरुवार, 20 मई 2021

माहिए 009

 

क़िस्त 09

 

       1

 जो दिल से उतर जाए  

 कोशिश हो जितनी

नज़रों में = न चढ़ पाए

 

       2

क्या शाम थी मतवाली

बीच में दोनों के

इक चाय की थी प्याली

 

      

       4

मुख से आँचल जो हटा

नूर तेरा ऐसा

चन्दा का मान  घटा

 

       5

मन में न छुपाया कर

प्यार भरी बातें

मुझको भी सुनाया कर

 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें