गुरुवार, 20 मई 2021

माहिए 006

 

क़िस्त 06

 

       1

तुमको बतलाउँगी 

राज़ अगर होगा

तुमसे क्यों छु्पाऊँगी

 

       2

मुड़ के न मुझे देखो

लाज भरी बातें

मुस्कान नहीं फेंको

 

       3

  कुछ कर्ज़ रहा होगा

  सोच समझकर ही

  इस तर्ज़ कहा होगा

 

       4

  तब बोल नहीं पाया

  दिल ने गवाही दी

  अब बोल के क्या पाया

 

       5

  साजन की बातों में

  टूट रहा है दिल

  बिरहा की रातों में


 

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