रविवार, 8 मई 2022

माहिए 20

 

क़िस्त 20

1

ये बात पुरानी है

इक राजा एवं

रानी की कहानी है।

2

मीठे कुछ राग भरो

बासंती ऋतु है

जीवन में फाग भरो।

3

हर रंग निराला है

  गालों पर सजता

 नीला या काला है

4

 सब रंज मिटा लेना

 अपने हाथों से

 कुछ रंग लगा देना

5

जब प्यार हुआ गहरा

जाने क्यॊ होता

दुनिया भर का पहरा

 

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