रविवार, 8 मई 2022

माहिए 22

 

किस्त 22

1

 सागर से है गहरा

प्यार मेरा हमदम

माथे पर ज्यों सहरा

 

2

मेरी ही किताबों मे

ख़त क्यों छुपाए तुम

क्या देखा ख़ाबों में ?

 

3

 वादा कर जाते हो

राह ज़रा मुश्किल

क्यों बाँह छुड़ाते हो

:

4

तुम पर हम मरते हैं

जाने क्यों तुमको

खोने से डरते  हैं

:

5

गलियों में छुप छुप कर

आहट सुनती हूँ

तेरी मैं रुक रुक कर

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