एक गीत
गंगा की लहरो- सा पावन मेरा झंडा न्यारा
हर-घर की छत पर लहराए अमर तिरंगा प्यारा
राष्ट्रगान का मान करें हम
झंडा वंदन करें कभी जब
इस प्रतीक का ध्यान करें हम।
हर-घर की छत पर लहराए अमर तिरंगा प्यारा
समृद्धि का द्वार है झंडा
प्रेम भाव का जन जन मन में
करता यह संचार है झंडा
हर-घर की छत पर लहराए अमर तिरंगा प्यारा
कपड़े का टुकड़ा ना मानो
देश की ताकत को बतलाता
ताकत तुम इसकी पहचानो।
हर-घर की छत पर लहराए अमर तिरंगा प्यारा
देश प्रेम का भाव जगाता
शान हमारी भारत माँ का
शान्ति-दूत बन कर लहराता
हर-घर की छत पर लहराए अमर तिरंगा प्यारा
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