ख़ुशी के गीत लाया हूँ
ख़ुशी के गीत लाया हूँ
कहो तो गुनगुना दूँ
पुरानी याद लाया हूँ
कहो तो मुस्कुरा दूँ
वही बचपन का छोटू
मुझे कल मिल गया था
बताई बात जो उसने
कहो तो मैं सुना दूँ
तुम्हारी डायरी के राज
गहरे और पुराने
मिले हैं दोस्त सारे आज
जी करता सुना दूँ
महज़ एक बात पर
रूठे रहे सारी उमर तुम
चलो भूलो वो शिकवे
तुम कहो तो अब मना लूँ
जिसे तुम चाहते थे
तब दिलोजाँ से भी बढ़कर
नहीं उसको पता ये सब
कहो तो अब बता दूँ
गुलाबी रंग की पुड़िया
रखी थी तुमने जीने में
वो देखो आ रही है
हवा में अब बहा दूँ?
गिरी थी गेंद एकदिन
बाग में उसके जो जाकर
नहीं वापस किया तो क्या
नज़र से मैं गिरा दूँ
बड़ी छोटी ये खुशियाँ थीं
ये गम भी थे बड़े बौने
कहो तो वो कहानी
मैं तुम्हें फिर से सुना दूँ
मगर इन जुगनुओं ने
ही हमारी ज़िन्दगी भर दी
कहानी और किस्सों से
जहाँ में रौशनी कर दी
ख़ुशी के गीत लाया हूँ
कहो तो गुनगुना दूँ
पुरानी याद लाया हूँ
कहो तो मुस्कुरा लूँ
---डॉ अर्चना पाण्डेय
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